HSF STARTALK 2019 POST-PROGRAM
LISTENING-READING-WRITING PROJECT: 

Targeted Performance Level: Intermediate
Theme: Storytelling (Inspirational Stories)
Grade Range: 6-8

Topic 3: FOREST MAN


Intermediate Topic: 1 2 3 4


Topic 3: FOREST MAN

Instructions: Listen to the audio about FOREST MAN. Then, read along as you hear it second time. After you have read and listened to the audio, try to complete the activities as instructed. Try to answer in complete sentences. Two students should practice the conversation pretending Student 1 as TV Anchor/ Reporter and Student 2 as Jadab Payeng. Parents may role play with their children to practice this conversation.


 

Transcript of the audio file:

न्यूज रिपोर्टर:  नमस्ते, आज की ‘ताज़ा खबर’ में आप का स्वागत है। आज हम मिलते हैं एक ऐसे इंसान  से जिन्होंने असम में 500 एकड़ बंजर इलाके को हरे-भरे जंगल में बदल दिया। जिन्हें सरकार ने “फोरेस्ट मैन” का नाम दिया है। अब लोग भी उन्हें इसी नाम से पुकारते हैं। इनका नाम है जादब पायेंग। 

जादब पायेंग: नमस्ते! मुझे इस टी.वी शो में आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद।

न्यूज रिपोर्टर:  जादब जी, यह काम आपने कब शुरू किया?

जादब पायेंग: यह काम मैंने 1979 से शुरू किया। यह एक रेतीला इलाका था, यहाँ कोई पेड़ नहीं था। कोई घास भी नहीं थी। 

न्यूज रिपोर्टर: उस वक्त आपकी उम्र क्या थी?

जादब पायेंग: उस वक्त मेरी उम्र 14-15 साल की थी। तब मुझे मालूम नहीं था घास क्या है। मुझे बताया गया कि, जब बांस रोपोगे तब सांप आएंगे और पक्षी भी आएंगे। 

न्यूज रिपोर्टर:  आप ने कौनसे पौधे लगाए?

जादब पायेंग:  उस समय जो बीज मिले थे वही मैंने लगाए। अगर पानी ठीक तरह से मिलता है तो बीज से जल्दी जल्दी पौधा निकलता है और जल्दी बड़ा होता है। 

न्यूज रिपोर्टर:  आपने अपने हाथ से 500 एकड़ में वृक्षारोपण किया, आप को कितने साल लगे?

जादब पायेंग:  तीस साल हो गये है। पहले तो यहाँ कुछ नहीं था, सिर्फ बालू था। मैंने बांस रोपे, फिर यहाँ साँप आए और रहने लगे। फिर पक्षी आने लगे और यहां घास उगने लगी। धीरे-धीरे बहुत बड़ा जंगल बन गया। इन तीस सालों में हाथी, रॉयल बंगाल टाइगर, गेंडे, सब इधर आ गये। अब दूर-दूर से पर्यटक इस जंगल को देखने आते हैं। 

न्यूज रिपोर्टर:  आपकी किसीने मदद की?

जादब पायेंग: हाँ, मुझे देख-देखकर गांववासियों ने भी पेड़ लगाना शुरू किया। अब तो सारा गांव हरा-भरा हो गया है। 

न्यूज रिपोर्टर: आप को भारत के राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से पुरस्कार मिला। तब उन्होंने आपसे क्या कहा?

जादब पायेंग:  एपीजे अब्दुल कलाम साहब ने मुझे बुलाया और कहा, आप बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, देशवासियों उत्साह बढ़ाने के लिए, यह पुरस्कार दिया जा रहा है।

न्यूज रिपोर्टर:  आप आनेवाली पीढ़ी को क्या सलाह देंगे?

जादब पायेंग:  स्कूल में दाखिला लेने के पहले ही दिन हर विध्यार्थी एक पेड़ लगाएगा और पांच साल तक उसकी देखभाल करेगा।

न्यूज रिपोर्टर: जादब पायेंग का यह काम इस बात का सबूत है कि अकेला इंसान भी बड़ा काम कर सकता है। सभी लोग जंगल तो नहीं लगा सकते लेकिन एक पेड़ जरुर लगा सकते है। इससे हरियाली बढ़ेगी और सबको लाभ होगा।

Key words: खबर, इंसान, सरकार, बंजर, रेतिला, इलाका, हरे-भरे, जंगल, बांस, घास, गांववासी, हरियाली, पुरस्कार 


 

activity:

1. Listen to audio in order to recognize the key words and highlight them. Highlight the keywords in the text above. Use shabdkosh.com or any other dictionary on the web to find its meaning.

 2. सही वाक्य पर निशान लगाएँ 

  1. जादब पायेंग ने असम राज्य में 500 एकड़ बंजर इलाके को हरे-भरे जंगल में बदल दिया। 

  2. जादब पायेंग ने बास रोपे फिर 30 साल बाद यहाँ साँप आए और पक्षी आने लगे।

  3. जंगल में हाथी, रॉयल बंगाल टाइगर,  गेंडे पहले से रहते थे। 

  4. जादब पायेंग को भारत के राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से पुरस्कार मिला। 

  5. जादब पायेंग कहते हैं कि सभी लोगों को एक एक पेड़ लगाना चाहिये।

 3. Write 7-8 sentences in Hindi and then record: “Why did Jadab Payeng decide to plant trees? Do you think it was a wise decision? How do you think his actions helped the environment? What did you learn from Jadab Payeng’s story? 

 (Please feel free to send your work or related questions with this lesson to hindiconferencenyc2014@gmail.com. We will promptly respond with our feedback.)